भारतीय लोककथा साहित्य में सांस्कृतिक पहचान: एक अध्ययन

Authors

  • डॉ. जयंत प्रकाश पांडेय Author

DOI:

https://doi.org/10.56614/zgrt8a65

Abstract

"भारतीय लोककथा साहित्य में सांस्कृतिक पहचान: एक अध्ययन" विषय पर सार देते हुए, यह कहा जा सकता है कि भारतीय लोककथा साहित्य एक अत्यंत मूल्यवान और गहन धरोहर है, जिसमें सांस्कृतिक पहचान का विशेष महत्व है। यह साहित्य भारतीय समाज की विविधता, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पृष्ठभूमि, धार्मिक और सांस्कृतिक मूल्यों को प्रकट करता है। लोककथाएं भारतीय समाज की अद्वितीयता को प्रकट करती हैं, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों, समुदायों, जातियों और धर्मों की विविधता उल्लेखनीय है। इन लोककथाओं में विभिन्न विचारधाराओं, संस्कृतियों और रीति-रिवाजों का प्रतिनिधित्व किया गया है, जो भारतीय समाज की सांस्कृतिक पहचान का अभिन्न हिस्सा है। इस अध्ययन में, लोककथाओं के माध्यम से भारतीय समाज की विविधता, सांस्कृतिक विरासत, धार्मिक और सांस्कृतिक मूल्यों का प्रकटीकरण किया गया है। इसमें लोककथाओं के माध्यम से भारतीय समाज के विभिन्न पहलुओं की समझ और उनके संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त होती है।

 

Downloads

Published

2024-03-07

How to Cite

भारतीय लोककथा साहित्य में सांस्कृतिक पहचान: एक अध्ययन. (2024). हिन्द खोज: अंतर्राष्ट्रीय हिन्दी पत्रिका (HIND KHOJ: Antarrashtriya Hindi Patrika), ISSN: 3048-9873, 2(1), 28-33. https://doi.org/10.56614/zgrt8a65