"हिंदी भाषा की खोज, उत्पत्ति और विकास"

Authors

  • नीलम देवी Author

Abstract

हिंदी भाषा की खोज, उत्पत्ति और विकास का अध्ययन भारतीय भाषाई और सांस्कृतिक परंपरा के महत्वपूर्ण पहलुओं को उजागर करता है। हिंदी की उत्पत्ति इंडो-आर्यन भाषा समूह से हुई है, जो प्राचीन संस्कृत से निकली एक शाखा मानी जाती है। इस शोध पत्र में हिंदी भाषा की प्राचीन भाषाओं से लेकर आधुनिक हिंदी तक की यात्रा का विश्लेषण किया गया है। हिंदी का विकास विभिन्न सामाजिक, सांस्कृतिक, और राजनीतिक घटनाओं से प्रभावित रहा है। विशेष रूप से मध्यकाल में फारसी, अरबी, और तुर्की भाषाओं के प्रभाव ने हिंदी के व्याकरण और शब्दावली को प्रभावित किया। इसके बाद 19वीं और 20वीं शताब्दी में हिंदी को एक मानक भाषा के रूप में विकसित करने में कई साहित्यिक और सामाजिक आंदोलनों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। आज, हिंदी न केवल भारत में एक व्यापक रूप से बोली जाने वाली भाषा है, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी इसका प्रभाव बढ़ रहा है। इस शोध में हिंदी के विकास के विभिन्न चरणों और आधुनिक समाज में इसके महत्व का गहन विश्लेषण प्रस्तुत किया गया है।

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Published

2024-07-12

How to Cite

"हिंदी भाषा की खोज, उत्पत्ति और विकास". (2024). हिन्द खोज: अंतर्राष्ट्रीय हिन्दी पत्रिका (HIND KHOJ: Antarrashtriya Hindi Patrika), ISSN: 3048-9873, 1(1), 28-35. https://hindijournal.org/index.php/hindkhoj/article/view/12